Learn Vedic Astrology

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Why to learn astrology

Career

Work professionally as astrologer.

Work from home avg salary 4-8 lakhs p.a.

Better Life

Know your life better.

What's happening and why?

Your karma & why you are here?

Yout Future

Know your present, past and Future.

Help your family friends & yourself to find success.

Research

Research on new subjects & events analysis to find answers to the unsolved.

Who Can Learn Astrology

  • आप किसी भी उम्र के व्यक्ति है |
  • आप ज्योतिष सीख सकते हैं। आप किसी संस्था में नौकरी करते है अथवा आप अपने ही व्यवसायिक संतुलन एवं विकास की प्रक्रिया में उलझे हुए हैं |
  • आप ज्योतिष सीख सकते हैं । यदि आप बेरोज़गार है अथवा पार्ट टाइम कुछ और पैसा कमा लेने की चाह रखते हैं तो ‘ज्योतिष’ क्षेत्र में आप इस विकल्प की खोज कर सकते हैं ।
  • सैकड़ों संस्थाएँ (भारतवर्ष ही में) इस क्षेत्र में रोज़गार देती है । ऐसी ही किसी संस्था में नौकरी प्राप्त करने हेतु आप आवेदन कर सकते हैं ।
  • इस पाठ्यक्रम की पूर्णता पश्चात् आप अंतराष्ट्रीय ज्योतिष संस्थाओ में रोज़गार पा सकते है ।
  • आवश्यक नहीं की आपने, आज से पहले ‘ज्योतिष’ की कोई किताब आदि पढ़ी हो – यह कोर्स आप सब के लिए है क्योंकि हमारी कक्षाओं की रूपरेखा एवं सञ्चालन प्रक्रिया बहुत ही सहज है।
  • यदि आप ज्योतिष क्षेत्र में, किसी भी विषय पर ‘शोध’ करना चाहते है तो हमारी संस्था आपको पूर्ण सहयोग देगी। आपके ऐच्छिक विषय को लेते हुए पूर्ण शोध-प्रणाली समझायी जाएगी और वह भी विशिष्ट एवं अनुभूत सूत्रों पर आधारित।
  • ऐसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाए आपको घर पर रहते हुए कार्य करने की भी सुविधा देती है।
  • मूलत: हम ऑनलाइन पाठ्यक्रम का सञ्चालन करते हैं ।

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Ok, What course we offer

ज्योतिष प्रथमा
Jyotish Prathma

दार्शानिक महत्त्व एवं उपयोगिता

– भारत भूमि को कर्मभूमि कहा जाता है। गीता का सार-सूत्र भी कर्मगति पर आधारित है । क्रमश: संपूर्ण ज्योतिष कर्म सिद्धांत पर अवलम्बित है। मानवीय जीवन कर्मजनित ऋणानुबन्धन का एक पड़ाव मात्र है।

– जन्मकुंडली संरचना में, आकाश अथवा भचक्र में स्तिथ भिन्न-भिन्न ग्रहो की अंशात्मक गति, स्थिति एवं युति का चित्रांकन दिया गया होता है।

- ग्रहो की भोगांशात्मक स्थिति को लेते हुए समग्र ज्योतिष सूत्रों की रचना की गयी है। प्रथमा में उक्त दोनों घटको के महत्त्व पर चर्चा की जाती है।

– भचक्र परिभाषा एवं विभाजन। जन्मकुंडली निर्माण सम्बंधित प्रक्रिया पर संक्षिप्त चर्चा। पंचांग परिचय एवं इसकी उपयोगिता ।- भचक्र परिभाषा एवं विभाजन ।

- जन्मकुंडली निर्माण सम्बंधित परिक्रिया पर संक्षिप्त चर्चा । पंचांग परिचय एवं इसकी उपयोगिता।

– कुंडली के बारह भावों के कारकत्व तथा जन्मकुंडली के भिन्न-भिन्न प्रारूप एवं उपयोगिता ।

– लग्न, निर्धारण। भिन्न-भिन्न लग्न प्रारूप तथा सुदर्शन कुंडली। षोडशवर्गीय कुंडली एवं उनका मानवीय जीवनचक्र में घटित

- होने वाली घटनाओं के साथ अन्तर्सम्बन्ध ।

– पंचतत्व एवं जन्मकुंडली निर्माण में उनकी भूमिका ।

– जन्मकुंडली का त्रयम्बकं स्वरूप- नवग्रहों की प्रकृति कारकत्व।

– दशा-अन्तर्दशा का निर्धारण एवं मानवीय जीवन के भिन्न-भिन्न पढ़ावो से इनका अन्तर्सम्बन्ध।

– गोचर ग्रहो की भावस्तिथि एवं उनका प्रभाव ।

– शेष अन्य उपयोगी विषय यथा ग्रहो का उच्चत्व-नीचत्व; ग्रहो की मार्गी एवं वक्रगति, अस्त ग्रह एवं उनका प्रभाव।

– कुंडली अध्ययन एवं विश्लेषण की प्रक्रिया में ज्योतिष सॉफ्टवेयर ”कुंडली चक्र २०१८” का महत्व एवं उपयोगिता। इसकी संपूर्ण संचालन प्रक्रिया।

– प्राकृतिक जन्मकुंडली (कालपुरुषसंरचना) तथा इसका अपनी जन्मकुंडली के साथ सक्रिय अन्तर्सम्बन्ध।

- होने वाली घटनाओं के साथ अन्तर्सम्बन्ध ।

Online Classes: ₹ 9999/-Register

ज्योतिष मध्यमा
Predictive Astrology

– इस पाठ्यक्रम में मात्र उन छात्रों को प्रवेश दिया जायेगा जिन्होंने ”ज्योतिष प्रथम” पाठ्यक्रम को अपने जीवन में आत्मसात कर लिया हो।

– उन छात्रों को भी इस पाठ्क्रम में शामिल किया जा सकता है । जिन्होंने अन्य संस्थाओ द्वारा संचालित पाठ्यक्रम जोकि उक्त पाठ्यक्रम के समकक्ष हो, सफलतापूर्वक उत्तीर्ण किआ है।

– किसी भी जातक की जन्मकुंडली देखते ही फलादेश करने की प्रक्रिया । सरल, सहज एवं पूर्णतया वैज्ञानिक पाठ्यक्रम एवं पद्धति।

– दशा-अन्तर्दशा किस प्रकार आपके जीवन में घटीं होने वाली घटनाओ को सक्रिय करती है। पूर्णतया वैज्ञानिक विश्लेषण प्रक्रिया ।

– भिन्न-भिन्न भावो द्वारा निश्चित विषय एवं प्रभावों को समझने की प्रक्रिया ।

– भिन्न-भिन्न भावो के कारकत्व एवं चलायमान दशा-अन्तर्दशा के अंतर्गत ग्रहो का उनके साथ अन्तर्सम्बन्ध ।

जीवन के भिन्न-भिन्न आयामों का विश्लेषण यथा

– आपकी मानसिकता एवं व्यवहार

– रोज़गार अथवा नौकरी

– आपका स्वास्थ्य एवं रोग

– लव अथवा अर्रंगे मैरिज

– दाम्पत्य जीवन के उतार-चढ़ाव

– कोर्ट-कचेरी, मुकद्मा आदि तथा इनके प्रभाव

– विदेश यात्रा

– प्राथमिक शैक्षणिक जीवन तथा उच्चशिक्षा की सम्भावनाओ का विश्लेषण

– मकान, वाहन, तथा जमीन-जायदाद

– जीवन के उतार-चढ़ाव

– आकस्मिक धन प्राप्ति के योग कुंडली मिलान प्रक्रिया

– पुरातन प्रचलित पद्धति एवं आधुनिक मेलन प्रक्रिया।

– कुंडली में उपस्थित दोष आदि का आकलन यथा मांगलिक दोष, कालसर्प दोष गंडमूल एवं शनि गृह की साढ़े-साती |

इस पाठ्क्रम में आपके द्वारा संग्रहित जन्मकुण्डलियो को लेते हुए, उक्त विषयो पर विश्लेषण प्रक्रिया।

Online Classes: ₹ 19999/-Register Now

विशिष्ट वास्तु ज्योतिष पाठ्यक्रम
INTERMEDIATE

SOPHISTICATED VASTU COURSE

प्रश्नकर्ता द्वारा वर्णित जीवन की त्रासदियों के आधार मात्र पर उसके घर, उसके व्यवसायिक क्षेत्र में आ रहे असंतुलन को समझने की प्रक्रिया तथा उस पीड़ा से निवारण हेतु परामर्श-प्रक्रिया में सिद्धांत वास्तुशास्त्री बनने की उत्कंठा हो तो आप हमारी संस्था द्वारा संचालित इसे विशिष्ट वास्तु पाठ्यक्रम में दाखिला लीजिये।

– प्रचलित वास्तु पाठ्यक्रम

– आधुनिक मत एवं वास्तु

– किस दिशा से, किस विषय पर विचार करे ।

– पंचतत्वों की व्याख्या, प्रभाव तथा संतुलन की प्रक्रिया

– वैवाहिक जीवन में संतुलन

– रुके हुए कार्य

– व्यवसायिक गतिरोध तथा निवारण

– स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंतन

– बिना तोड़फोड़ के वास्तुदोषों का समाधान ।

आपकी उंगलियों पर गिने जाने वाली कुछ संस्थाओ को छोड़कर, लगभग संपूर्ण जगत में ”वास्तु” के नाम पर दिशाहीन एवं निरर्थक कोर्स कराये जा रहे हैं । मात्र गिनी-चुनी संस्थाओ द्वारा ही रचनात्मक वास्तु कोर्स कराये जाते हैं किन्तु उनकी फीस लाखो में हैं । हमारी संस्था में, वैदिककालीन वास्तु सूत्रों को बहुत ही सहजता से समझा जाता है तथा समझाया जाता है और वह भी सामान्य फीस के ढाँचे के साथ ।

– चार, आठ, सोलह नहीं वरन बत्तीस दिशाओ में विभाजित आपका वास्तु किस प्रकार कार्य करता है तथा

इन दिशाओ के संतुलन की प्रक्रिया को बहुत ही सहजता सूत्रों द्वारा आपको समझाया जाता है ।

– जीवनपथ पर आने वाले भिन्न-भिन्न पड़ावों को किस प्रकार अनुकूल एवं आनंदमय ढाँचे में ढाला जा सकता है

– हमारी संस्था में सूक्ष्म सूत्रों पर आधारित प्रणाली द्वारा आपको सिखाया जाता है तथा एक सार्थक वास्तुशास्त्री के रूप में पल्लवित किया जाता है अर्थात कालांतर में एक सफल वास्तुशास्त्री के रूप में स्वयं को स्थापित करने की कला में पारंगत किया जाता है

Online Classes: ₹ 29,990/-Register

व्यवसायिक ज्योतिष
Professional Astrology

– Online (ऑनलाइन व्यवसायिक सम्भावनाये) एवं आर्थिक उपलब्धियों के इस युग में, ज्योतिष क्षेत्र में भी अनेको संस्थाओ का उद्भव हुआ है, प्रतिदिन हो रहा है।

– इन संस्थाओ में कार्यरत ज्योतिषी को भिन्न-भिन्न प्रकार के काम करने पढ़ते हैं । संभवत: आपको वहां काम करने वाली कुछ कंटेंट राइटर्स के साथ जोड़ दिया जाए । आप उन्हें ज्योतिष के भिन्न-भिन्न विषयो पर टिप्स देंगे, इन टिप्स के आधार पर कंटेंट बनाना उन कंटेंट राइटर्स का काम होता है ।

– आपको भिन्न-भिन्न ग्राहकों को ”ऑनलाइन” परामर्श देना पढ़ सकता है।

– देश, काल एवं पात्र अनुरूप आपको ग्राहकों द्वारा आवेदित/ आदेशित विषयो पर लिखित रूप में रिपोर्ट बनाने का काम भी मिल सकता है जैसे राहु-केतु के राशि परिवर्तन पश्चात मेरे जीवन पर (कुंडली अनुरूपेण ) क्या प्रभाव पढ़ सकते हैं ।

– मेरे जीवन के फ्ला-फ्ला साल मेंक्या-क्या परिवर्तन आ सकते है ।

– क्या मेरी कुंडली में धन योग है तथा इस योग की सक्रियता अवधि काम से प्रारम्भ होगी । क्रमश: अनेको प्रकार के प्रश्नो का जवाब आपको देना होता है ओर वह भी लिखित रूप में।

वो संभावित प्रश्न कोण से है तथा उन प्रश्नो पर आधारित रिपोर्ट का आर्किटेक्चर केसा होता है; आपको किस प्रकार एक अच्छी रिपोर्ट बनानी है आदि संपूर्ण क्रिया-प्रक्रिया की व्यावसायिक रूपरेखा की संरचना एवं प्रस्तुति-सूत्रों को इस विशिष्ट प्रोफेशनल पाठ्यक्रम में लिए जाता हैं

– संपूर्ण विश्व में मात्र हमारी ही संस्था द्वारा यह पाठ्यक्रम चलाया जाता है ।

– निश्चित रूप से आप अपनी बेरोज़गारी को रोज़गामें परिवर्तित कर सकते हो अन्यथा भी इस प्रक्रिया के बलबूते पर आप अपना पार्ट-टाइम व्यवसाय कर सकते हैं ।

– इसके अतिरिक्त भी लेखन, सम्पादन तथा कक्षा आदि प्रबंध के कार्यक्षेत्र से भी आपको जोड़ा जा सकता है।

– कदाचित भविष्य में होने वाले सफल व्यावसायिकप्रारूप का आगमन हो चूका है । आज ही आप इस आंदोलन से जुड़ने का प्रयास करे ।

Online Classes: ₹ 19,999/-Register

शोध पाठ्यक्रम
Research in Astrology

– यदि आप ज्योतिष विषय में पहले ही से प्रवीणता प्राप्त कर चुके है ओर अब किसी एक विषय पर ‘शोध’ करना चाहते हैं तो हमारी संस्था में आपका स्वागत है।- इस कार्यक्रम में आपका ऐच्छिक विषय कुछ भी हो सकता है अथवा आप हमारे द्वारे सुझाये गए विषय का चयन भी कर सकते हैं।

– शोध पाठ्यक्रम में पढ़ाये जाने वाले विषय एवं विषय व्याख्या, बाजार में उपलब्ध पुस्तकों में दी गयी सामग्री से पूर्णतया भिन्न एवं सारगर्भित होगी।

आपका रोम-रोम आनंद एवं दिव्यता से आलोकित हो जाएगा। संपूर्ण भारत में कहीं भी, किसी भी विद्यालय में अथवा किसी भी विद्यापीठ में ऐसे व्यवस्था नहीं होगी जो बहुत ही सहज एवं रचनात्मक प्रारूप में हमारी संस्था के प्रांगण में उपलब्ध है ।

– उदाहरण स्वरुप आप ग्रहो के उच्चत्व एवं नीचत्व के विषय को ले सकते है ।

बृहस्पति गृह को कर्क राशि में, पांच (5॰) अंश पर उच्चता का दर्जा प्राप्त होता है किन्तु ज्योतिष दर्शन एवं गणितीय सूत्रों के आधार पर यदि इस अंशात्मक स्थिति का आंकलन किया जाए तो यह महज एक भ्रामक तथ्य मात्र सिद्ध होता है अर्थात सत्य पूर्णतया भिन्न है ।

– ऐसे ही अनेकों विषयों पर अध्ययन, मनन एवं मंथन हेतु हमारी संस्था आपको आमंत्रित करती हैं ।

Online Classes: ₹ 49,999/-Register

Myths About vedic Astrology

– ज्योतिष एक पाखण्ड है।

– एक विश्वास है ।

– अथवा एक वैज्ञानिक प्रक्रिया? जब कभी भी ”ज्योतिष” की चर्चा होती है तो आपके मन-मस्तिष्क में उक्त प्रश्न आंदोलित हो जाते हैं ।

ऐसा स्वाभाविक है । कदाचित ज्योतिष विषय पर आज तक एक निश्चित पाठ्यक्रम नहीं बन सका है ।

हर दूसरे ज्योतिषी की अपनी ढपली है और अपना राग किन्तु हमारी संस्था द्वारा इस पाठ्क्रम को पूर्णतया वैज्ञानिक पद्धति को आधार बनाते हुए सिखाया जाता है और यह पद्धति इतनी सहज एवं रचनात्मक है की दो-चार कक्षाओं के उपरान्त, आपका विश्वास स्व्यमेव इस विषय से जुड़ जाता है ।

संपूर्ण भारतवर्ष की एकमात्र संस्था जहाँ आपको जातक की जन्मकुंडली देखते ही सटीक फलादेश करने की कला में पारंगत किया जाता है ।

द्विवर्षीय पाठ्यक्रम की लम्बी एवं उबाऊ समयावधि नहीं वरन मात्र 24 से 36 कक्षाओं में, आप ज्योतिष सूत्रों को आत्मसात कर लेते हैं ।

Worldwide populer Vedic Astrology Software designed by Acharya ji is given complementry to the students.

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